सिद्धचक्र महामंडल विधान का समापन : शोभायात्रा निकली कर भगवान को मन्दिरजी की वेदी पर विराजमान किया गया । माताजी संघ के आजीवन संघपति डिब्रूगढ़ , 24 अक्टूबर ( न.सं. ) । पर सकल डिब्रूगढ़ जैन समाज के के अंतर्गत विधान पूजन , विधान प्रज्वलन कर्ता को समाज द्वारा तिलक श्री दिगम्बर जैन मन्दिर , ग्राहम बाजार , डिब्रूगढ़ में 17 अक्टूबर से आरंभ ऐतिहासिक श्रीश्री सिद्धचक्र महामंडल विधान एवं ज्ञान , ध्यान , तप महायज्ञ का समापन हवन व विश्व शांति सदस्यों के साथ ही तिनसुकिया , डिमापुर , ढकुवाखाना , मोरान , टिहू , महरौली ( उत्तर प्रदेश ) आदि कई शहरों के श्रद्धालु मौजूद थे । रंगारंग इस मौके पर मन्दिरजी में जिनाभिषेक के बाद गुरुमां के सान्निध्य में प्रातः 6.31 बजे विधान परिसर में विराजमान पार्श्वनाथ भगवान की शांतिधारा सम्पन्न हुई । इसके पुण्यार्जन थे डिमापुर के मेसर्स भंवरीलाल पुखराज छाबड़ा परिवार गुरुमां का पादप्रक्षालन का सौभाग्य मेसर्स रिद्धकरण अमरचंद पाटनी परिवार को मिला । गुरुमां को शास्त्रजी भेंट करने का सौभाग्य मिला मेसर्स हीरालाल चिरंजीलाल सेठी परिवार को विधान समापन , शास्त्र पूजन , गुरु पूजन आदि कार्यक्रम गुरुमां के सान्निध्य में हुए । इसके बाद कलश बोलियां शुरू हुई । मंगल कलश प्राप्त करने वाले पुण्यार्जक बने मेसर्स सुन्दरमल राजकुमार झांझरी मंडल में चार कोनो के कलश प्राप्तकर्ता पुण्यार्जक बने क्रमशः रिद्धकरण अमरचंद पहाड़िया , मेसर्स कमलचंद सरोज कुमार , शैलेश कुमार पहाड़िया , मेसर्स गुलाबचंद अनिल कुमार रारा मेसर्स सोहनलाल ताराचंद गोधा परिवार महामंडल विधान के जाप कलश के पुण्यार्जक परिवार बनें मेसर्स गोपीलाल महेश कुमार झाँझरी | लगाकर माला पहनाकर दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया गया । फिर गुरुमां का आशीर्वाचन प्राप्त हुआ । इसके बाद गाजेबाजे के साथ भगवान को पालकी में विराजमान जुलूस निकाला गया जो ग्राहम बाजार के प्रमुख मार्गों से होते हुए मन्दिरजी की बाहर से परिक्रमा लगाकर मंदिर परिसर पहुंचा । इसमे गुरुमां संघ के साथ समाज के पुरुष , महिला , युवा वर्ग बड़ी संख्या में शामिल हुए । समाज द्वारा समाज बंधुओं और बाहर से पधारे अतिथियों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई थी । फिर पालकी से भगवान को उतारकर मस्तक पर धारण का मंदिर लाया गया तथा शांतिधारा डिमापुर समाज के प्रदीप झांझरी ने गुरुमां से आशीर्वाद लेकर समाज को संबोधित किया । उन्होंने डिब्रूगढ़ समाज के सहयोग , स्नेह , समर्पण हेतु उनका अनुमोदना किया । पंडित डा . कमलेश शास्त्री ने भी सभा को संबोधित किया । कार्यक्रम के अंत में समाज के अध्यक्ष प्रसन्न कुमार पाटनी , गुरुमां पावन वर्षायोग समिति के अध्यक्ष सुभाष बगड़ा , संयोजक सरोज पहाड़िया ने समाज बंधुओं को उनके सहयोग हेतु धन्यवाद ज्ञापन किया । यह जानकारी समाज के प्रचार सचिवद्वय डा . महेश कुमार झांझरी एवं पंकज गोधा ने दी है । इसके बाद सभी इंद्रों , ध्वजारोहण कर्ता , मंडप उद्घाटन कर्ता , दीप महायज्ञ रिद्धि मंत्रों से पूर्णाहुति , विसर्जन तथा आकर्षक शोभायात्रा एवं भगवान को बेदी में विराजमान से हुआ । आचार्य गुरुवर श्री 108 महामुनिराज विरागसागर जी महाराज के आशीर्वाद तथा गुरुमां श्री 105 विंध्यश्री माताजी ससंघ के आशीर्वाद और बनारस , उत्तर प्रदेश से आमंत्रित विधानाचार्य पण्डित डा . कमलेश जी शास्त्री के निर्देशानुसार यह विधान आठवें दिन रविवार को समाप्त हुआ ।

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